एन.के.मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर-खीरी)। बच्चों को बचत का पाठ पढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल खुद के द्वारा बचत की गई धनराशि का उपयोग ये बच्चे अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए करेंगे। जहां एक ओर जरूरत से ज्यादा खर्च करना लोगों की आदत बन गई है, वहीं ये बच्चे अपनी शिक्षिका द्वारा बचत का रास्ता अपनाकर अपने रुपयों का सही उपयोग करने की सीख ले रहे हैं। हम बात कर रहे हैं शिक्षा की अलख जगाने के उद्देश्य से छोटे-छोटे बच्चों को प्रक्षिक्षण दे रही कल्पना तिवारी की। जिन्होंने घर पर ही बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को बचत करने का हुनर व गुल्लकें देकर शिक्षा की अलख जगा रही हैं। शिक्षिका कल्पना तिवारी ने कहा कि अक्सर अभिभावकों की शिकायत रहती है कि बच्चे चीज के लिए घर पर पैसे बहुत मांगते हैं। इसी को देखते हए बच्चो को कुछ ऐसा सिखाने के उद्देश्य से एक नई पहल करने की सोची कि यदि बच्चे पैसे लें तो उन्हें बचाएं भी। इसलिए सिखाने के साथ ही सभी बच्चों को गुल्लकें बाँटकर वह बचपन से ही उनमें बचत करने की आदत डाल रही हैं तो वहीं गुल्लकें पाकर बच्चों के चेहरे भी खिल उठे।