राम नरायन जायसवाल
गोण्डा। भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय महामंत्री के गाड़ी में देहात कोतवाली के दरोगा ने मारी टक्कर उल्टे महामंत्री को ले आये कोतवाली सूचना पर पहुंचे जिला अध्यक्ष की दरोगा ने पकडी कालर जैसे यह खबर फैली की सैकड़ो की संख्या में पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं में लगभग चला दो घंटे नोक झोंक मौके पर पहुंच अपर पुलिस अधीक्षक ने दोषी दरोगा के ऊपर मुकदमा दर्ज करने तथा निलंबन के कार्यवाई के बाद भाजपा कार्यकर्ता शांत हुए हैं।
बताते चले के एक निजी कार्यक्रम से वापस आ रहे भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय महामंत्री त्रिंबक त्रिपाठी के वाहन से दरोगा की मोटरसाइकिल से शास्त्री महाविद्यालय के पास टक्कर हो गयी लोगो की माने तो देहात कोतवाली में तैनात दरोगा अनुज गुप्ता कान में मोबाइल की लीड लगाकर बाते कर रहा था जिसके चलते यह घटना घटित हुई क्षेत्रीय महामंत्री ने दरोगा को अपने चार चक्का वाहना से कूदकर दरोगा को उठाया एक तेफाक था कि कोई घटना नही हुई उक्त घटना शहर कोतवाली क्षेत्र की थी। लेकिन उक्त दरोगा महामंत्री त्रिपाठी को देहात कोतवाली ले आया और उल्टी सीधी बाते करना लगा।
इस बीच भाजपा जिला अध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी को सूचना मिली वे सीधे देहात कोतवाली पहुंचे कुछ बात करते की देहात कोतवाली के दरोगा घीसू राम सरोज ने अध्यक्ष का कालर पकड ढकलेते हुए कहा तुम्हारे जैसे अध्यक्ष तमाम देखे है । साथ में मौजूद कार्यकर्ताओं ने भाजपा के अध्यक्ष के साथ पुलिस का यह कारनामा देख उत्तेजित हो गयी जैसे ही यह सूचना शहर मे फैली तमाम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गये। और पुलिस से नोक झोंक शुरू हो गया। यह हाई-प्रोफाइल ड्रामा लगभग दो घंटे चलता रहा है।
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय को घटना की खबर मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक शिव राज को भेजा मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक ने भाजपा जिला अध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी को आश्वासन दिया है कि दोनों दरोगा के ऊपर मुकदमा दर्ज कर निलंबन की कार्यवाही की जा रही है उसके बाद मामला शांत हुआ है।
जिला अध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी ने बताया कि पुलिस की कार्य शैली काफी निंदनीय रही है। कोतवाली के दरोगा ने जानबूझ कर हमारे साथ घटना को इजाम दिया है जिला अध्यक्ष की पद पर आसीन होने की जानकारी होते हुये भी दुशाहस है। वही पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया है कि पूरे मामले की जांच करायी जा रही है।
भाजपा नेताओं व पुलिस के बीच गोण्डा में यह पहली घटना नही हुई है कही न कही पुलिस की कार्य शैली काफी निंदनीय रही है।