जिलाधिकारी ने ब्लड बैंक के कर्मियों की संलिप्तता की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को नामित किया जांच अधिकारी, एक सप्ताह में मांगी जांच रिपोर्ट
राम नरायन जायसवाल
गोण्डा। भ्रष्टाचार के खिलाफ डीएम मार्कण्डेय शाही का एक्शन ताबड़तोड़ जारी है। जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज के तीमारदार से खून दिलाने के लिए पैसा वसूलने वाले शव वाहन के चालक चन्द्र प्रकाश सिंह की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है, इसके साथ ही जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मियों की संलिप्तता की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी को जांच सौंपी गई है।
बताते चलें कि वीडियो वायरल के मामले में डीएम मार्कण्डेय शाही ने जिला अस्पताल में परसपुर विकासखंड के हड्डी वार्ड में भर्ती मरीज फूलचंद को खून की आवश्यकता पड़ने पर उसके तीमारदार पत्नी शान्ति देवी के अनुसार पति का पैर टूट गया था सिर में भी चोटे आई थी टाँके लगे थे खून की आवश्यकता थी शव वाहन के संविदा कर्मी चालक चन्द्र प्रकाश द्वारा सात हजार रुपए वसूल लेने की शिकायत प्रकाश में आई, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएम ने संबंधित चालक को सेवा से पृथक् करते हुए प्रकरण में शामिल ब्लड बैंक कर्मियो की संलिप्तता की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट गोंडा को जांच अधिकारी नामित करते हुए मामले की रिपोर्ट एक सप्ताह में मांगी गई है। डीएम श्री शाही ने कहा है शासन की मंशानुरूप भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका क्विक एक्शन जारी रहेगा।
