एन.के.मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर खीरी। सरकार के निर्देशानुसार समस्त जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं तो वहीं अस्पतालों में मरीजों की दशा राम भरोसे है कहना कतई अतिश्योक्ति नही होगी।
ज्ञात हो कि धार्मिक नगरी छोटी काशी( गोला गोकर्णनाथ) में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। मौसम बदलने की स्थिति में सर्दी, जुकाम, बुखार, वायरल फीवर कोरोना, डेंगू, जैसी बीमारी का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ रहा है, और मरीजों में एकाएक बढ़ोत्तरी हो रही है और वह कोरोना काल के चलते निजी अस्पतालों में इलाज करवाने की हालत में नहीं है। उनके लिए एकमात्र यह चारा है कि वह सरकारी अस्पतालों में ही सभी दवाइयां लें। किन्तु गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई महीनों से कई प्रकार की दवाइयों का आभाव है।
जिससे बहुत से मरीज दवाओं से वंचित रह रहे हैं और ओने-पौने दामों में दवाई खरीदने को मजबूर हैं और प्राइवेट मेडिकल स्टोर मनमाने पैसे लेकर दवाइयां दे रहे हैं। अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य विभाग में उत्तर प्रदेश सरकार के नियमों का अनुपालन नहीं हो पा रहा है। वहीं डॉक्टरों द्वारा बिना जांच के कोई भी दवाइयां नहीं लिखी जा रही हैं और वह बिना जांच के कोई भी दवाइयां देने को तैयार नहीं है।
जिससे मरीजों को विभिन्न प्राइवेट पैथोलॉजी पर जांच करवाने पड़ रहा है। इतना ही नहीं गोला में सैकड़ों की मात्रा में डायग्नोस्टिक सेंटर धड़ल्ले से चल रहे हैं, जो इन डॉक्टरों के रहमों-करम पर फल -फूल रहे हैं। अब ऐसे में सरकार द्वारा चलाई जा रहीं अति महत्वाकांक्षी योजनाएं आम जनमानस के लिए ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही हैं।