सांंकेतिक चित्र
एन.के.मिश्रा
धौरहरा, लखीमपुर खीरी।
धौरहरा वन रेंज की गनापुर बीट में जहां तेंदुए के आतंक से दर्जनों गांवों की जनता दहशत में है और तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग के हाथ पांव फूल रहे है वही लकडकट्टो का तांडव एक नई इबारत लिख रहा है।क्योकि वनकर्मियों की व्यस्तता जहां लकडकट्टो के लिए वरदान साबित हो रहा है वहीं जिम्मेदारों के बचाव का अस्त्र भी। लेकिन यही आलम रहा तो क्षेत्र से बेसकीमती पेंडो का नामोनिशान मिटते देर नही लगेगी।
ताजा मामला विकास खण्ड ईसानगर क्षेत्र के संडौरा कला का है जहां लकडकट्टो द्वारा गांव से दक्षिण करीब पांच सौ मीटर दूरी पर बेती सहदेव मार्ग पर लगे चार शीशम के पेड़ बिना परमिट काट डाले । क्षेत्र के बरारी में चार सागौन के पेड़ और संडौरा कला में चार शीशम के पेंडो को लकडकट्टो द्वारा बिना परमिट काट लेना वन विभाग के जिम्मेदार अफसरों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। कुछ भी हो बेखौफ लकडकट्टो में वन विभाग के रखवालों का खौफ न होना या जिम्मेदारों की मौन सहमति हरे भरे बेस कीमती पेंडो के लिए अभिशाप बनती जा रही है।