डाक्टर ओ.पी.भारती
गोण्डा । गोंडा और अयोध्या के बीच जांच में उलझी पुलिस को पांच दिन बीतने के बाद भी नहीं सुलझा पा रही हत्या या आत्म हत्या की गुत्थी।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के भरहापारा के एक बाग में 29 सितंबर की भोर में एक युवक की आम के पेंड़ से लटकती लाश देखकर शौच गये ग्रामीणों ने प्रधान को सूचना दी थी। प्रधान ने पुलिस को बताया, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश को नीचे उतरवाया और लोगों की मौजूदगी में पंचनामा कर लाश को पीएम के लिए भेजा। पुलिस को मृतक व्यक्ति की जेब से मिले चार हजार रुपये व गोंडा से अयोध्या का बस टिकट को लेकर जांच की शुरुआत की।
घटना के पांच दिन बीतने के बाद भी वजीरगंज पुलिस के सामने जांच दो मुंहे पर खड़ी है। सवाल यह है कि वह व्यक्ति कौन और कहां का है। उसने आत्महत्या के लिए इस बाग को ही क्यों चुना। दूसरा सवाल यह है कि यदि उसकी हत्याकर आत्महत्या का प्रयास किया गया तो मृतक व हत्यारे किस साधन से वहां पहुंचे।तीसरा सवाल यह है कि मृतक के पास से मिला टिकट किस बस का है और गोंडा से बैठने के बाद वह कहां उतरा और उसके साथ और कौन से लोग थे।इन सवालों से घिरी पुलिस अबतक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है। पुलिस की यह अकर्मण्यता है या सफेद पोश का दबाव।