एन.के.मिश्रा
पलिया कलां, लखीमपुर खीरी।कस्टम कार्यालय गौरीफंटा में तैनात लगभग आधा दर्जन अधिकारियों व एक दर्जन हमराहियों की तैनाती के बाद भी गाडियों की निकासी समय से न हो पाने के कारण बार्डर जाने वाले रास्ते पर सुबह के समय तकरीबन पांच किलोमीटर का रोज जाम लगता हैं । रही सही कसर प्राईवेट व रोड़वेज बस वाले पूरी कर दे रहें हैं।
कस्टम कार्यालय गौरीफंटा में तैनात अधिकारियों के आफिस लेट से आने के कारण भारत – नेपाल को जोड़ने वालें अंतरराष्ट्रीय राज्य मार्ग पर खड़ें वाहनों के कारण जाम रोज लगता हैं। दोनों देशों के बीच सैकड़ों माल वाहक वाहन भोर की पौव फटने से पूर्व ही बाँर्डर पर पांच किलों मीटर लम्बी लाईन लगा कर नेपाल जानें की प्रतिक्षा में खड़े हुए देखें जा सकतें हैं । कस्टम पास गाड़ी ( किलरेंन्स ) में समय अधिक लगनें से भारतीय चालकों व नेपाल के व्यापारियों का काफी नुकसान भी होता हैं। जब कि सीमा के प्रवेश द्वार कस्टम चौंकी का बैरियर सुबह छः बजें ही लोंगो के आवागमन के लिए खोल दिया जाता हैं ।
भारत से नेपाल के लिए किराना, गेहूं, चवाल ,किराना ,मक्का ,पेट्रोलियम, पदार्थ , गैस , स्टेशनरी, कोयला, हार्ड बेयर , दवाएं, कपडा़, गटटा- मिसरी ,आलू आदि सामान भारत से जाता हैं । कार्यालय में तैनात अधिकारियों की संख्या बल भी आधा दर्जन हैं, लेकिन रात बाँर्डर पर कोई अधिकारी न रुक कर शाम को पलिया चलें जातें हैं । सुबह बारह बजें के बाद आतें हैं और शाम पांच बजें आफिस का काम बंद कर देते हैं। जिसकी वजह से दोनों देशों के लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।