काम के बदले अनाज देने की योजना के तहत 2004-2006 के बीच लगभग 457 करोड़ का हुआ था घोटला
राम नरायन जायसवाल
गोण्डा । संपूर्ण ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में काम के बदले में दिए जाने वाले अनाज में हुए करीब 457 करोड़ खाद्यान्न घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने आज जिले में डेरा डाल जांच तेज कर दी सीबीआई टीम रुपईडीहा ,बेलसर कि कोटेदार लाभार्थियों के अलावा अन्य कई आरोपियों के बयान दर्ज करने के साथ आरोपियों के बैंक खाते खरीद बिक्री का विवरण अन्य दस्तावेज इकट्ठा कर रही है।
आपूर्ति विभाग के अनुसार वर्ष 2004 -2006 के मध्य गोंडा जिले के नवाबगंज, बेलसर, कटरा बाजार ,रुपईडीहा व अन्य ब्लाकों में काम के बदले अनाज दिए जाने वाली योजना में करीब 457 करोड़ का महा घोटाला हुआ था ।इस प्रकरण में ट्रांसपोर्ट 16 व्यवसायिक फर्मे कोटेदार राजपत्रित अधिकारी ब्लाक प्रमुख समेत लगभग 300 आरोपियों के विरुद्ध 63 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं कर्मचारी समेत कई आरोपी जेल की हवा भी खा चुके हैं।
विभागीय अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों से मिलकर दलालों के माध्यम से कालाबाजारी व्यावसायिक फर्मो को बिक्री करने का आरोप है।आरोपी व्यापारियों ने अनाज ट्रांसपोर्टरों के जरिए ट्रकों और रेल बैगन से बांग्लादेश तक तस्करी कर दी थी आरोपी फर्मों में चार फर्मे बहराइच की भी हैं।
बुधवार को पहुंंची सीबीआई की दो सदस्यीय टीम जिले मे तीन दिन रहकर करेगी जांंच ।