एन.के.मिश्रा
गोला गोकर्ण नाथ (लखीमपुर-खीरी)। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा ने कहा है कि किसानों के आंदोलन से भयभीत सरकार ने आंदोलन को दबाने के लिए अघोषित इमरजेंसी लगा दी है। किसान नेताओं के घरों पर नोटिस चस्पा कर पुलिस द्वारा लगातार धमकाया जा रहा है।
श्री वर्मा ने बताया कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन और जिले में चीनी मिलों द्वारा पिछले वर्ष तक का गन्ना भुगतान न करने के विरुद्ध आहूत आंदोलन को दबाने के लिए 20 जनवरी की रात हैदराबाद पुलिस ने उनके घर के दरवाजे पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 149 के अंतर्गत नोटिस चस्पा कर दी। जिसमें उन पर और उनके कुछ साथियों पर जनपद की शांति कानून व्यवस्था को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किए जाने की संभावना का आरोप लगाया गया है। जबकि उन्होंने हमेशा संविधान कानून व्यवस्था के दायरे में रहकर ही आंदोलन किया है। किसान नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र में 14 दिन में गन्ने का भुगतान करने का वायदा करने वाली भाजपा सरकार अब उन चीनी मिलों के साथ खड़ी है जो पिछले वर्ष तक का भुगतान नहीं कर रही हैं किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा है। किसान आंदोलन को दबाने के लिए नोटिस चस्पा की जा रही है। जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 का खुला उल्लंघन है उन्होंने कहा कि यदि उनके विरुद्ध कोई कानूनी कार्यवाही की गई तो वह जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 373 के अंतर्गत प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस को कटघरे में खड़ा करेंगे।