एन.के.मिश्रा
धौरहरा, लखीमपुर-खीरी ।धौरहरा तहसील क्षेत्र में बेपटरी हुई सार्वजनिक वितरण प्रणाली के साथ ही दुकान आवंटन में भी अधिकारियों ने खूब खेल किया है। दुकान आवंटन में नियमों की अनदेखी कर तहसील प्रशासन ने कई दर्जन कोटे की दुकानें गलत तरीके से आवंटित कर दी है ।
पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बड़ा खेल खेलते हुए तहसील के तीनो ब्लाकों में कुल आवण्टित दुकानों की सापेक्ष आधे से भी ज्यादा कोटे की दुकानें नियम विरुद्ध खोल दी है फिर भी विभाग के अधिकारी एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है ।
संरचना की दृष्टि से धौरहरा तहसील क्षेत्र को तीन ब्लाकों में के साथ एक नगर पंचायत में विभाजित किया गया है। जिसमें उचित दर की दुकानें खोलकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीब परिवारों को सस्ते दर पर राशन उपलब्ध करवाया जाता है।पर धौरहरा क्षेत्र में अधिकारियों ने दुकान आवंटन में ही बड़ा खेल खेला है। जिसके तहत नियम विरुद्ध दुकानों का आवंटन कर दिया है। आलम यह है कि अधिकारियों के पास नियम विरुद्ध दुकानें कैसे खुली इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है ।
तहसील धौरहरा क्षेत्र के तीन ब्लाकों मे कुल 239 राशन की दुकानें आवाण्टित है जिसमें धौरहरा ब्लाक मे 69, रमियाबेहड़ में 61, ईशानगर में 103 व नगर पंचायत धौरहरा में 06 कोटे की दुकानें है । जिसमें से धौरहरा की 13 ग्राम सभाओं की 33 दुकानें , रमियाबेहड़ की 14 ग्राम सभाओं की 43 दुकानें व ईशानगर के 20 ग्राम सभाओं की 40 दुकानें शासनादेश को ताक पर रखकर खोल दी गई ।पर क्षेत्र की अन्य ग्राम सभाओं में ग्रामीणों की माँग पर इसी शासनादेश की दुहाई देने के बाद नई दुकानों को नहीं खोला जा रहा है । जोकि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है ।