एसपी सिंह / ज्ञान प्रकाश मिश्रा
करनैलगंज(गोंडा)। आईसीटी प्रयोग द्वारा टू डी एनीमेशन और ग्राफिक्स विषय पर मण्डल स्तरीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मंगलवार को मुख्य अतिथि के रूप में राज्य हिन्दी संस्थान उत्तर प्रदेश वाराणसी की निदेशक ऋचा जोशी जुड़ी। उनके निर्देशन में हिन्दी भाषा से संबंधित पाठ्य पुस्तकें और मॉड्यूल बेसिक शिक्षा विभाग के छात्रों एवं अध्यापकों हेतु तैयार किया जाता है।
उनके निर्देशन में अभी जो मॉड्यूल तैयार हो रहे हैं उन्हें भी डिजिटल रूप दिया जा रहा है।वेबिनार में निदेशक ने विचार रखते हुए कहा आईसीटी का प्रयोग सही तरह से शिक्षक करें और छात्रों को भी यह सिखाएं की वह शैक्षिक सामग्री को कैसे ऑनलाइन खोजे। टेक्नोलॉजी का प्रयोग सही तरह से करने से बच्चों के सीखने की गति बढ़ती है।
इसमें शामिल शिक्षकों की सराहाना की गई। कार्यक्रम को बलरामपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. रामचंद्र ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे शिक्षक बहुत ऊर्जावान हैं। इस प्रयास से मण्डल की तस्वीर बदलेगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर इंद्रजीत प्रजापति ने कहा है कि यह दस दिवसीय वेबिनार मील का पत्थर साबित होगा।
यह दस दिवसीय वेबिनार गोण्डा के ऊर्जावान, टेक्नोसेवी, स्वप्रेरित शिक्षकों मनीष वर्मा, मो आलम खान और रवि प्रताप सिंह द्वारा संचालित हो रहा। मुख्य वक्ता विषय विशेषज्ञ संतोष कुमार बिसेन छत्तीसगढ़ राज्य से सम्मिलित हुए। उनको नेशनल आईसीटी एवार्ड, नेशनल एवार्ड टू टीचर्स सहित जापान, ब्राजील, साउथ अफ्रीका और संयुक्त राज्य अमेरिका में द्वारा भी सम्मान मिल चुका है। उनके बनाये गए प्रोजेक्ट कई देशों में चल रहे हैं। देश के माने जाने कार्टूनिस्ट भी हैं। इनके बनाये गए कार्टून फिल्मों में देखे जा सकते हैं। उन्होंने ऑनलाइन टू डी एनीमेशन और ग्राफिक्स को बनाकर दिखाया और सिखाया।इसी क्रम में आपने कहा कि कुछ ऐसे विषय हैं जो दूसरों की तुलना में छात्रों में कम रुचि पैदा करते हैं। जिन्हें कभी-कभी छात्रों को इसमें आकर्षण जगाने के लिये एनिमेशन, वीडियो या मल्टीमीडिया अभ्यास जैसे उपकरणों का प्रयोग किया जाता है। जिससे छात्रों को परिणामी सकारात्मक नतीजों के साथ उनकी रुचि में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
इस कार्यक्रम में देवीपाटन मण्डल के चारो जिलों से सैकड़ों शिक्षक ऑनलाइन शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से बाबूलाल यादव, आकांक्षा पाण्डेय, सौरभ गुप्ता, अणिमा सिंह, राघवेंद्र विक्रम सिंह, विभा सिंह, मुन्नवर मिर्जा, दयाशंकर प्रजापति, बृज भूषण पाण्डेय, गोपाल श्रीवास्तव आदि शामिल हुए।