एन.के.मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर-खीरी)। 30 जुलाई 2020 को नासा द्वारा सूक्ष्मजीवों की खोज करने हेतु पृथ्वी से पर्सीवरेंस नामक मंगलयान केप कैनेवरल एयर फोर्स स्टेशन फ्लोरिडा के लिए पृथ्वी पर भेजा गया था। जो दो दिन पूर्व मंगल ग्रह पर सुरक्षित उतर गया।
इस मंगलयान पर पृथ्वी की कई प्रकार की सूचनाओं का डाटा एक चिप के माध्यम से भेजा गया। जिसमें गोला गोकर्णनाथ की नारी शक्ति रश्मि त्रिवेदी पुत्री कुलभूषण लाल त्रिवेदी व रश्मि की मां सरिता त्रिवेदी का नाम भी नासा की वेबसाइट के माध्यम से भेजा गया था। जो कि यान में लगाई जाने वाली चिप में सुरक्षित किया गया था, जिसे वहां सुरक्षित कर दिया गया है। रश्मि त्रिवेदी गोला समस्या समाधान परिवार के महिला मण्डल की सदस्या हैं। रश्मि ने प्रारम्भिक शिक्षा गोला से प्राप्त की है वह इस समय लखनऊ में प्राइवेट कम्पनी में कार्यरत हैं।
पृथ्वी से जब कभी भी कोई यान दूसरे ग्रह पर भेजा जाता है तो वहां जीवन की संभावना को देखते हुए पृथ्वी की गतिविधियां व यहां के रहन-सहन वातावरण की कई जानकारी भी चिपों के माध्यम से डाटा स्वरूप भेजी जाती रही हैं। इसी क्रम में इस बार गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र की रश्मि त्रिवेदी का नाम भी मंगलयान के माध्यम से सुरक्षित डाटा में मंगल ग्रह पर सुरक्षित कर दिया गया है। रश्मि का लगाव नई-नई खोजों में अपनी सहभागिता निभाने में सदैव लगा रहता है। उनका कहना है कि अपने गुरुओं परिजनों व सामाजिक संगठन समस्या समाधान परिवार के सदस्यों के माध्यम से हमें सदैव सामाजिक गतिविधियों में सहभागिता निभाने के लिए प्रेरणा मिलती रही, इसी वजह से नासा की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से मैंने भी अपना नाम मंगल पर भेजने के लिए आवेदन किया था। जिसके परिणाम स्वरूप आज हमारा नाम नासा के मंगलयान की वजह से मंगल ग्रह पर पहुंच गया है। जिसका प्रमाण पत्र ऑनलाइन तरीके से नासा द्वारा हमें प्रेषित किया जा चुका है। वह मंगलयान की लैंडिंग के समय नासा की वर्चुअल गेस्ट भी रही हैं।
समस्या समाधान परिवार के संचालक रजनीश गुप्ता ने क्षेत्र व देश का नाम रोशन करने के लिए रश्मि त्रिवेदी व उनके पूरे परिवार को बधाई देते हुए शुभकामनाएं अर्पित करते हुए कहा कि नगर व क्षेत्र के युवाओं को सामाजिक हित के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए।