एन.के.मिश्रा
लखीमपुर खीरी।भगवानदीन आर्यकन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर-खीरी में 5 दिसंबर को महर्षि अरविन्द के महासमाधि दिवस पर विशेष परिचर्चा और व्याख्यान का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ.सुरचना त्रिवेदी ने महर्षि के जीवन को दृढ संकल्प का प्रेरणा स्रोत बताते हुए उनके समग्र दर्शन की व्याहारिक उपयोगिता को रेखांकित किया।दर्शनशास्त्र की एसो.प्रो.डॉ. रेखा पाण्डेय ने महर्षि के विश्व विकास सिद्धांत पर प्रकाश डाला। विभाग की असि.प्रो. तथा प्रमुख वक्ता डॉ.क्षमा तिवारी ने समकालीन भारतीय दर्शन की सर्वमुक्ति सिद्धांत एवं महर्षि के समग्र विकास के सिद्धांत पर संक्षिप्त विचार व्यक्त किए। जिसमें समग्र विकास के तीन चरण- विस्तारण , उच्चतम के प्रति अभिमुखीकरण एवं समग्रता पर विस्तारपूर्वक चर्चा की । डॉ. तिवारी के व्याख्यान में सत् के सात स्तरों की सुलझी हुई व्याख्या प्राप्त हुई। इस उपयोगी आयोजन में दर्शन शास्त्र विषय की छात्राओं के साथ अन्य विषयों की छात्राओं ने भी पूरे मनोयोग से सहभागिता की।