एन.के.मिश्रा
पलियाकला,लखीमपुर खीरी ।नेपाल बॉर्डर न खुलने को लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। आज मीटिंग करके पीएम व गृहमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया। बॉर्डर न खुलने पर नेपालियों को भी भारत मे आने नही दिया जाएगा ।
नेपाल जाने वाले मालवाहक वाहनों पर भी लगाया जाएगा अंकुश। करीब 7 महीने से बंद चल रही भारत नेपाल सीमा पर बसे व्यापारियों का गुस्सा अब फूटने लगा है। इसी क्रम में पलिया के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में बॉर्डर के सभी व्यापारियों की एक मीटिंग आयोजित हुई जिसमें तिकुनिया, खजुरिया ,बसही ,संपूर्णानगर, चंदन चौकी सुंडा बनगवां पलिया आदि के व्यापारी मौजूद रहे जिसमें भारत सरकार के माध्यम से बॉर्डर को खुलवाने का प्रयास किया जाएगा। जबकि इस समय नेपाल की तरफ से आवागमन जारी है पर नेपाल की तरफ आवागमन बंद है ।
यह दोहरापन नहीं चलने दिया जाएगा ।जिस पर सभी व्यापारियों में सहमति बनी कि वह सरकार से मांग करेंगे कि नेपाल सरकार से तुरंत वार्ता कर पहले की तरह बॉर्डर को दोनों देशों के लिए खोल दिया जाए।
अगर ऐसा नहीं होता है तो भारत नेपाल सीमा को अग्रिम आदेशों तक पूर्ण रूप से सील कर दिया जाए ।जिसमें मालवाहक गाड़ियों व नेपाली नागरिकों के आने-जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध फौरन लगाया जाए। ,इन्हीं मांगों का ज्ञापन डीएम को जल्द ही सौंपा जाएगा ।
मांगे ना पूरी होने पर बॉर्डर क्षेत्र के समस्त व्यापारी खुद सड़कों पर उतर कर भारत नेपाल सीमा को धरना प्रदर्शन करके बंद कराएंगे। इस मौके पर रवि गुप्ता, अजय अग्रवाल, आशीष अग्रवाल ,मोहन गुप्ता ,सर्वेश गुप्ता, विवेक गुप्ता, राजीव गुप्ता ,नितिन गुप्ता, अशोक गुप्ता ,विमल गुप्ता ,सुमित गुप्ता बिजेंदर राय ,आनंद अग्रवाल, नीरज गुप्ता, ऋषिकेश सिंह ,इंद्रजीत सूरी, विनय गुप्ता, सुशील गुप्ता, राजकुमार सिंह ,चंद्रकांत, अमन गुप्ता ,सुमित गुप्ता, समेत बॉर्डर की सभी मंडियों के तमाम व्यापारी मौजूद रहे ।