एक सप्ताह पहले वितरण में नहीं दी गई राशन किट
शनिवार को 80 परिवारों को मिला राशन और लैया
एन.के.मिश्रा
धौरहरा लखीमपुर खीरी। तहसील क्षेत्र में आपदा के नाम पर भी कर्मचारी अपने जेबें गर्म करने में लगे हैं ।आलम यह है कि बाढ़ पीड़ितों को पूरी किट नहीं दी जा रही है किसी को राहत किट में आलू लय्या दी जा रही है तो किसी को राहत किट में राशन और लय्या । जबकि बाढ़ राहत किट में आटा 10 किग्रा , चावल 10 किग्रा , भुना चना 2 किग्रा , दाल 2 किग्रा ,नमक , हल्दी , मिर्च , धनिया , मोमबत्ती , माचिस बिस्किट , साबुन के बैग के साथ ही आलू और एक बैग लय्या देने का प्रावधान है।
शनिवार सुबह तहसील क्षेत्र के बाढ़ चौकी पर लेखपाल ने राहत सामग्री का वितरण किया । जिसमें रामलोक के मजरा नयापुरवा के बाढ़ प्रभावितों को राहत किट प्रदान की गई। धौरहरा तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों के ग्रामीणों को बाढ़ राहत किट का वितरण किया जा रहा है । इसी क्रम में शनिवार को बाढ़ राहत केन्द्र चकलाखीपुर में राहत किट का वितरण किया गया। जिसमें रामलोक के मजरा नयापुरवा के 80 बाढ़ पीड़ितों में राहत किट का वितरण किया।आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल ने राहत किट में आलू न देकर सिर्फ बैग का अनाज और लैया ही दी। इसी क्रम में करीब एक सप्ताह पहले बाढ़ चौकी चकलाखीपुर में बाढ़ राहत किट वितरण के समय परसा ग्राम पंचायत के सोनेलाल पुरवा , लौकाहीपुरवा , अरबरपुरवा , लिपटिसपुरवा , नयापुरवा के करीब 285 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया गया था। जिसमें पीड़ितों को राहत किट में राशन का बैग न देकर सिर्फ सड़े आलू व लैया दी गई थी ।
पीड़ितों के विरोध के बाद भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। तहसीलदार अनिल कुमार यादव ने बताया जो सामग्री उपलब्ध थी वितरण करवा दी गई है। आलू भी आने पर वितरित करवा दिया जाएगा।यदि ऐसा जानबूझ कर किया गया है तो सम्बन्धित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।