एन.के.मिश्रा
लखीमपुर खीरी। जनपद के विभिन्न क्षेत्रीय विद्यालयों में तैनात दर्जनों सरकारी शिक्षक लखीमपुर मुख्यालय समेत निघासन, धौराहरा, पलिया, मितौली आदि स्थानों पर अपने निजी कोचिंग सेंटर चलाकर दोहरी मलाई मार रहे हैं।
इस दौरान कभी-कभी वे सरकारी स्कूलों से नदारद होकर अपने प्राइवेट शिक्षण संस्थान में पढ़ाते हुए देखे जा सकते हैं, जिसका खामियाजा सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर अपना भविष्य संवारने की उम्मीद से आने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि सरकार द्वारा तो शिक्षकों को मोटा वेतन दिया ही जा रहा है, लेकिन यदि प्राइवेट संस्थानों में पढ़ने के लिए आने वाले विद्यार्थियों को समय नहीं दिया गया तो वे दूसरे शिक्षण संस्थानों में जा सकते है।
यही कारण है कि शिक्षक सरकारी ड्यूटी को नजरअंदाज कर कोचिंग में समय देते हुए अवैध रूप से कमाई कर रहे है। शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की महती आवश्यकता है, अन्यथा गरीब विद्यार्थियों के भविष्य के साथ इसी प्रकार से खिलवाड़ का सिलसिला जारी रहेगा।