एन.के.मिश्रा
धौरहरा(लखीमपुर खीरी)। वन रेंज धौरहरा की गनापुर बीट में नदी किनारे स्तिथ गांवों में करीब पांच महीने से आतंक का पर्याय बने तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग को सफलता मिली है। गांव में लगाये गए पिंजड़े में तीसरे तेंदुए के कैद होने से ग्रामवासियों सहित विभाग ने राहत की सांस ली। वन रेंज के गनापुर बीट में घाघरा नदी के किनारे बसे गांवो में कई मासूमों सहित जानवरों की जान लेने वाले तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के द्वारा बेलगाढ़ी बनटुकरा में करीब पांच महीने से पिंजडा लगाए गए थे। पांच माह के अंदर यह तीसरे तेंदुए को पकड़ने में विभाग को कामयाबी मिली है। बृहस्पतिवार की सुबह मादा तेंदुआ वन विभाग द्वारा लगाए पिंजड़े में कैद हो गयी। तेंदुए के पिंजड़े में कैद हो जाने के बाद ग्रामवासियों सहित वन कर्मियों ने राहत की सांस ली। दोपहर में तेंदुए को वन रेंज कार्यालय धौरहरा लाया गया। रेंजर अनिल साह ने बताया कि तेंदुए का मेडिकल कराने के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जंगल मे छोड़ा जाएगा।