एन.के.मिश्रा
मितौली,लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य को लेकर जनपद खीरी में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित किया गया था, किंतु उक्त वृक्षारोपण की जमीनी स्थिति को अगर देखा जाए तो कुल वृक्षारोपण के 5ः भी पौधे उपलब्ध नहीं होंगे। वृक्षारोपण कार्यक्रम की जमीनी हकीकत की अगर वस्तु स्थित की इमानदारी से जांच कराई जाए तो सारी हकीकत सामने आ जाएगी।
विकासखंड मितौली की समस्त ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण के नाम पर लाखों रुपए के बिल तो लगाए गए किंतु वृक्षारोपण के नाम पर एक भी पेड़ धरातल पर नहीं दिखाई पड़ रहा है। वृक्षारोपण के नाम पर सरकार को लाखों का चूना लगाया गया। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष प्रयासों के चलते वृक्षारोपण कार्यक्रम मात्र कागजों पर सीमित होकर ही रह गया।
अगर वस्तु स्थिति की जानकारी की जाए तो कुल वृक्षारोपण के 5ः भी पौधे नहीं लगाए गए हैं। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य को लेकर सन 2017, 18, 19, 20 में बृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित किया गया था , वन विभाग से लेकर विकास विभाग तक वृक्षारोपण कार्यक्रम कागजों पर ही संचालित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आम जनता ने मांग की है, वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत लगाए गए पौधों की स्थलीय जांच कराई जाए तो वस्तु स्थिति का पता लग जाएगा।